-वीरेन्द्र देव गौड़, पत्रकार, देहरादून
एकनाथ शिंदे ने अपनी सेना का पड़ाव गुवाहाटी में डाल रखा है। वही से शिंदे उद्धव सेना पर गोले दाग रहे हैं। सुना है कि वे आज थोड़ी देर बाद मिसाइल दागने वाले हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता क्या होगी। यह देर रात तक पता लग जाएगा। मुम्बई में उद्धव शिव सेना ने अपनी सभी बड़ी-बड़ी मिसाइलें शिंदे पर दाग दी है। शिंदे की सेना अंगद की तरह डटी हुई है। जबकि, उद्धव सेना वार पर वार किए जा रही है। साथ में संजय राउत की परंपरागत गुंडई उफान पर है। समझ नहीं आता, यह आदमी खुली हवा में साँसें कैसे ले रहा है। यह आदमी जेल के लायक है लेकिन इसके खिलाफ कोई एफआईआर नहीं दागता। राजनीति का यह गुण्डा देश का माहौल खराब कर रहा है।
सवाल लोकतंत्र का है। लोकतंत्र में गुण्डई की छूट देना देश के लिए घातक है। महाराष्ट्र देश नहीं है। महाराष्ट्र देश का एक हिस्सा है। उद्धव सेना का अंदाज शुरू से ही धमकी वाला रहा है। जबकि शिंदे सेना बहुत धीरज के साथ अपनी बात रख रही है। लेकिन उद्धव सेना की कुछ देर पहले हुई घोषणा के बाद शिंदे सेना के तेवर बदल सकते हैं। अगर शिंदे सेना आर-पार की लड़ाई नहीं लड़ती तो वह अपने हिन्दुत्व के स्टैंड पर कमजोर पड़ जाएगी।
शिंदे सेना को अब गर्जना करनी चाहिए। स्टॉक में रखी मिसाइलें दाग देनी चाहिए। दो-चार रोज में गुवाहाटी से मुम्बई लौट जाना चाहिए। चाहे, शिंदे सेना को केन्द्रीय बलों की सहायता ही क्यों न लेना पड़े। शिंदे सेना को ही नहीं अपितु देश में भाजपा जैसी राजनीतिक पार्टियों को भी हिन्दुत्व पर कभी समझौता नहीं करना चाहिए। हिन्दुत्व पर समझौता करोगे तो देश तबाह हो जाएगा।