Friday, June 20, 2025
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टीएचडीसी को आपदा प्रबंधन में डिजिटल नवाचार- गोल्ड कैटेगरी पुरस्कार से किया सम्मानित

ऋषिकेश ( राव शहजाद ) । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को नई दिल्ली में आयोजित हुए ईटी गवर्नमेंट डिजिटेक अवार्ड्स- 2025 में “आपदा प्रबंधन में डिजिटल नवाचार- गोल्ड कैटेगरी (डिजिटल इनोवेशन इन डिजास्टर मैनेजमेंट- गोल्ड कैटेगरी)” पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । बता दे निगम को यह सम्मान टिहरी बांध के लिए बनाए गए बेहतरीन डिजिटल आपदा प्रबंधन प्रणाली के लिए मिला है। टीएचडीसी की यह उपलब्धि आपदा प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग में निगम की नेतृत्वकारी भूमिका को दर्शाती है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, तथा अंतरिक्ष विभाग, डॉ. जितेन्द्र सिंह थे। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जितेन्द्र सिंह के साथ ही शीर्ष अधिकारियों और उद्योग जगत के दिग्गजों की उपस्थिति इस सम्मेलन के महत्व को दर्शाती है। डॉ. सिंह ने सरकार एवं शासन में सुधार के लिए जनरेटिव एआई, मशीन लर्निंग और ऑगमेंटेड/वर्चुअल रियलिटी जैसी तकनीक की भूमिका पर जोर दिया। इसी संदर्भ में यह हर्ष का विषय है कि माननीय केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा ही पिछले साल टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को ‘लीडरशिप इन डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन’ श्रेणी में प्रतिष्ठित पीएसयू लीडरशिप एंड एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से भी सम्मानित किया गया था। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई ने इस अवॉर्ड के लिए निगम की पूरी टीम को बधाई दी और इस सफलता का श्रेय टीम की निरंतर प्रतिबद्धता और नवाचार की भावना को दिया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार आपदा प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाने की निगम की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि ‘टिहरी बांध के लिए हमारी डिजिटल आपदा प्रबंधन प्रणाली इस बात का उदाहरण है कि कैसे डिजिटल नवाचार, उन्नत पूर्वानुमान और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों के साथ मिलकर जीवन और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की जा सकती है। हम सुरक्षा, स्थिरता और परिचालन उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी प्रगति के मामले में सबसे आगे बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विश्नोई ने बताया कि टिहरी बांध के लिए 2016 में स्थापित डिजिटल आपदा प्रबंधन प्रणाली एक उन्नत इनफ्लो पूर्वानुमान प्रणाली को एकीकृत करती है। यह प्रणाली 6 घंटे और 24 घंटे के लीड समय पर अंतर्वाह और जलाशय के स्तर के बारे में अग्रिम जानकारी प्रदान करती है। यह प्रणाली टिहरी कैचमेंट क्षेत्र में स्थित 11 स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) और चार स्वचालित गेज एवं डिस्चार्ज (AG&D) स्टेशन से वास्तविक समय का डेटा प्रोसेस करती है। हाइब्रिड पूर्वानुमान मॉडल का उपयोग करके जियोमॉर्फोलॉजिक इंस्टेंटेनियस यूनिट हाइड्रोग्राफ (GIUH) आधारित निर्धारक मॉडल को स्टोकेस्टिक ARMAX मॉडल के साथ जोड़ कर, टीएचडीसी ने बाढ़ जोखिम न्यूनीकरण और जल संसाधन प्रबंधन को काफी हद तक सुदृढ़ किया है। टीएचडीसी के निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह ने इस अवॉर्ड के लिए टीएचडीसीआईएल परिवार को बधाई देकर कहा कि यह पुरस्कार नवाचार और सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति निगम की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि टिहरी बांध के लिए हमारी इनफ्लो पूर्वानुमान प्रणाली और प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली यह दर्शाती है कि तकनीक कैसे जोखिमों को कम कर सकती है और लोगों की रक्षा कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय स्तर पर इस उपलब्धि को प्राप्त करना हमारे लिए गर्व की बात है, जहां हमें देश के कुछ सबसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा कठोर मानकों पर परखा गया। यह उपलब्धि हमें अपनी डिजिटल क्षमताओं को और अधिक सशक्त बनाने और उत्कृष्टता व स्थिरता को केंद्र में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करती है।’ टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) भूपेंद्र गुप्ता ने आपदा प्रबंधन के लिए उन्नत डिजिटल समाधान विकसित करने और लागू करने में निगम की टीम के उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की। उन्होंने निचले क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और विशेष रूप से मॉनसून के दौरान जलाशय संचालन को अनुकूलित करने में निगम की पहलों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने संगठन की डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाने, आपदा प्रबंधन में सुदृढ़ता लाने और भारत के सतत विकास में योगदान देने की प्रतिबद्धता को दोहराया है ।

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