Monday, December 9, 2024
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मौलाना तौकीर रजा के हमले

-वीरेन्द्र देव गौड़, पत्रकार, देहरादून

साभार -नेशनल वार्ता न्यूज़

उत्तर प्रदेश में कुछ दिन पहले हुए चुनाव से लेकर आज तक मौलाना तौकीर रजा ने जो कुछ उगला है वह प्रथम दृष्टया भी और अंतिम दृष्टया भी स्टेट पर सीधा हमला है। फिर यह आदमी किस खुशी में आजाद घूम रहा है। अगर कोई हिन्दू या कोई हिन्दू धर्म नेता जो कुछ इसने उगला है, उसका 10 प्रतिशत भी उगलता तो वह कारावास में होता। इस देश में मुसलमानों को विशेष अधिकार क्यों प्राप्त हैं। इनके विशेष अधिकार कब तक रहेंगे। भारत के दर्जनों मौलाना-मौलवी और उलेमा आज तक इतना कुछ उगल चुके हैं कि अगर इन्हें फाँसी की सजा भी मिले तो वह बहुत कम होगी। यह सब क्या हो रहा है। वे हमारे आराध्यों के प्रतीकों और शिवलिंगों को फव्वारा कहते हैं। कभी ये पकी कटी हुई लीची को शिवलिंग के रूप में प्रस्तुत करते हैं। कभी काले पत्थर का टुकड़ा कहते हैं। परन्तु इन पर ईश निन्दा की कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती। अरे भाई हम मुगल काल में रह रहे हैं क्या। क्या हम अलाउद्दीन खिलजी सल्तनत में रह रहे हैं। आखिर, कोई बताये तो कि हम बेचारे हिन्दुओं को हमारे ही पुरखों के देश में क्यों जलील किया जा रहा है रोज-रोज। यह जलालत मृत्यु से बदतर है। क्या हम हिन्दू सामूहिक आत्मदाह कर लें। अरे माननीय सुप्रीम कोर्ट आपको हिन्दुओं की चिंता है क्या या आप उन्हीं की चिंता में दुबलाते रहेंगे। आप दुबलाते रहो परन्तु इंसाफ तो करो। अन्यथा, यह कह दो कि हिन्दुओ तुम खुद इंसाफ कर लो। हमारी सबसे बड़ी कमी है कि हम यह जानते-समझते हैं कि भारत हमारा देश है। वे ऐसा नहीं समझते। इसीलिए तो, गाहे-बगाहे पत्थर बम और पेट्रोल बम लेकर स्टेट पर धावा बोल देते हैं। जब इन हमलावरों को कानून का पाठ पढ़ाया जाता है तो इनके मास्टर ट्रेनर छाती पीटते हुए कहते फिरते हैं कि मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। अरे माननीय सुप्रीम कोर्ट क्या तुम्हें दिखाई नहीं देता। क्या सबूत माँगते ही फिरोगे या सबूत खुद भी देखोगे और परखोगे। आप लोग संविधान के कैसे रखवाले हैं। आप लोगों को शिवलिंग के ऊपर चिपका दिए गए पत्थर के पाँच टुकड़े अगर धोखा दें सकते हैं तो फिर आपका औचित्य क्या है महाराज। मौलाना तौकीर रजा चाहे किसी भी खानदान को हो। यह आदमी जिहादी हैदराबादी की तरह अपनी जुबान से जिहाद बरपा रहा है। कृपया इसका इलाज करो। अन्यथा, एक दिन ऐसा भी आ सकता है कि हिन्दू स्वयं ही इंसाफ करने निकल पड़ेंगे घरों से। सभी हिन्दुओं के बाजुओं को घुन नहीं चाट गया। अनगिनत हिन्दुओं के बाजुओं में बेशुमार ताकत है। उन पर भरोसा कीजिए। बेहतर तो यह है कि देश में चल रहे जिहाद और जिहादी आतंक को आप लोग समय रहते समझ लीजिए। ताकि आपके फैसले सच्चाई के करीब हों। उत्तर प्रदेश के बाबा बुलडोजर आप न्याय पथ पर चलते रहिए। जिहादियों का यही इलाज है। जब जिहादी पुलिस वालों के सर तोड़ने के लिए निकलते हैं तब कोई मौलाना सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं जाता। जब जिहादी देश पर तेजाबी जिहाद की वर्षा करते हैं और कोई बुलडोजर बाबा प्रशासनिक इंसाफ करने निकलता है तो ये मौलाना सुप्रीम कोर्ट पहुँच जाते हैं और आप लोग दरियादिली दिखा देते हैं। महाराज, दरियादिली से काम नहीं चलेगा। भारत की जड़ों में मठ्ठा डाल रहे जिहादियों के खिलाफ फैसले लेने से देश चलेगा। बाकी, जैसी आपकी मर्जी। देश जाग रहा है। एक न एक दिन आरपार जरूर होने को है।

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