-वीरेन्द्र देव गौड़, पत्रकार, देहरादून
देश मस्जिद जिहाद की चपेट में है। उचित होगा यदि कहा जाए कि देश में मस्जिद जिहाद की आँधी चल रही है। आपको ताज्जुब होगा कि 1632 में मुगल सुल्तान शाहजहाँ ने राजकीय फतवा जारी किया था कि आज से कहीं भी नया हिन्दू मन्दिर नहीं बनेगा और जो मन्दिर बनने की प्रक्रिया में हैं उन्हें तोड़ दिया जाए। ऐसा नहीं कि शाहजहाँ का बाप जहाँगीर जिहादी नहीं था। वह भी जिहादी था। उसने सिख गुरु अर्जुन देव जी का कत्ल करवाया था क्योंकि वे हिन्दुओं की रक्षा करते थे। ऐसा भी नहीं कि अकबर जिहादी नहीं था। वह भी जिहादी था लेकिन वह शूरवीर महाराणा प्रताप जैसे दिग्गजों से टकराने के बाद यह समझ चुका था कि अगर वह अपनी पीढ़ियों की भलाई चाहता है तो उसे मेल मिलाप का ढोंग करना पड़ेगा। अकबर भी अच्छा लड़ाका था लेकिन वह चतुराई में बहुत आगे था। उससे पहले दिल्ली के करीब-करीब सभी सुल्तानों ने भारत में जिहाद बरपाया था। अब, आ जाते हैं आज के युग में। आज परम आदरणीय कांग्रेस की कृपा से भारत में वक्फ बोर्ड इतने मजबूत बना दिए गए हैं कि अगर वे नाजायज तौर पर किसी की जमीन हथिया लें तो उस जमीन को वापस लेना आसान नहीं है। तेलगांना के महामहिम मुख्यमंत्री तो जिहादियों पर इतने मेहरबान हैं कि पहले से ही ताकतवर हो चुके वक्फ बोर्ड़ो को और अधिक ताकतवर बनाने के मूड में हैं। हिन्दू का भविष्य यकीनन खतरे में है। वर्तमान डगमगा रहा है। बहरहाल, मध्य प्रदेश का एक हालिया उदाहरण ले लीजिए। इन्दौर में पुलिस के नाम आवंटित किए गए भूखण्ड को वक्फ बोर्ड हथिया चुका है। इस भूखण्ड के मालिकाना हक का कोई प्रमाण वक्फ बोर्ड के पास नहीं है। सुना है करीब तीस साल पहले यह भूखण्ड हथिया गया था। अब, कर लीजिए कसरत जमीन वापस लेने की। मामा का राज है शायद जमीन छुड़ा ली जाए। पाठको, यह स्थिति पूरे देश की है। हम यह लेख उत्तराखण्ड में बैठ कर लिख रहे हैं। अगर उत्तराखण्ड में ही भू-संपत्ति की जाँच हो जाए तो तमाम फर्जीवाडे सामने आएंगे। यह दावा ठोक बजाकर किया जा रहा है। जाँच करवाकर देख लीजिए। पाठको, देश में तमाम तरह के जिहाद काम पर हैं। यह जिहाद जमीन जिहाद की लिस्ट में आता है। जिसे हम मस्जिद और मजार जिहाद भी कह सकते। अगर देश जागा नहीं तो आने वाले सालों में आधा देश वक्फ बोर्ड होगा और बाकी आधा देश चर्च बोर्ड का होगा। यह, यो ही नहीं कहा जा रहा है। हकीकत है यह। जो राजनीतिक दल दुष्टिकरण की राह पर चल रहे हैं। वे देश को अंधकार की ओर ले जा रहे हैं। देश भक्त हिन्दू चाहता है कि भारत हिन्दू राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित हो। दुष्टिकरण कर रहे नेता अगर यो ही बेलगाम रहे तो करीब 50 साल बाद यह बात करने की कोई हिम्मत नहीं करेगा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करो। हमें नेपाल से सबक लेना चाहिए। कुछ रोज पहले नेपाल के लोग सड़कों पर उतरे और उन्होंने नूपुर शर्मा का समर्थन किया। शायद नेपाल के हिन्दुओं की यह मर्दागनी देखकर भारत के कुछ हिन्दू संगठन आधे मन से सड़कों पर उतरे और इन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन का स्वांग किया। भारत माता के लाड़लो अभी भी समय है जाग लो सैक्युलरवाद के चक्कर में देश को बर्बाद मत करो। देश को बचाना हर हिन्दू नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। भले ही उसके पेट में अन्न ना हो और तन पर कपड़ा ना हो। यही है देश प्रेम।