-virendra dev gaur-
धर्मपुर विधानसभा सीट से प्रतापी विनोद चमोली और रायपुर विधानसभा सीट से उमेश शर्मा काऊ को अपने ही करीबी रहे महत्वाकांक्षी लोग भीतर ही भीतर कमजोर कर रहे हैं। ये भितरघाती नहीं चाहते कि भाजपा के ये नेता इस बार आराम से चुनाव जीत जाएं। उमेश शर्मा काऊ की छवि उनकी विधानसभा सीट में एक कर्मठ नेता वाली है। विनोद चमोली की छवि में इस बार कोई सुधार नहीं हुआ है। अधिकतर लोग यही मान रहे हैं कि उन्होंने विकास कार्यों के लिए मेहनत नहीं की। जो भी हो दोनों की अपनी-अपनी सीट पर पकड़ मजबूत बताई जा रही है। इस बार भितरघाती इनके जीत के अन्तर को अवश्य कम करंेगे। दरअसल, मुख्यमंत्री धामी की छवि में लगातार उठान महसूस किया जा रहा है। इसका कारण यह है कि वे जो भी कहते हैं विश्वास के साथ कहते हैं और कम से कम शब्दों अपनी बात रखते हैं। लोग ऐसे नेताओं पर अधिक भरोसा करते हैं। फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी के व्यक्तित्व को नकारना विधानसभा चुनाव में भी आसान नहीं है। इसके बावजूद विनोद चमोली सावधान, उमेश शर्मा काऊ सावधान क्योंकि चुनाव का है घमासान। आशंका है कि धर्मपुर सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार दिनेश अग्रवाल और रायपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार हीरा सिंह बिष्ट भाजपा के अंसन्तुष्टों की बदौलत बाजी मार ले जाएंगे।