-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव गौड़), पत्रकार,देहरादून
डी आर डी ओ ने 200 किमी तक मार करने वाली ट्रेन गन तैयार कर ली है। इस गन को ट्रेन गन इसलिए कहा जा रहा है कि यह लगातार फायर करती है। इसमें बिजली और चुम्बक की शक्तियों का प्रयोग किया गया है। इसे एक बार फायर कर देने पर यह अपने आप लगातार फायर करती रहती है। इसमें दो मत नहीं कि डी आर डी ओ की यह सफलता बहुत बड़ी है। इसमें भी दो मत नहीं कि इस अत्याधुनिक तोप के सेना में शामिल होने के बाद भारत की सैन्य शक्ति कई गुना बढ़ जाएगी। इस ट्रेन गन को लड़ाकू जल जहाजों पर भी तैनात किया जा सकता है। थल से भी इसे प्रयोग किया जा सकता है। डी आर डी ओ की यह सफलता आने वाले समय में अपना असर दिखाएगी। इस सफलता के बाद और भी बड़़ी सफलताएं भारत की प्रतीक्षा कर रही हैं। अब ऐसी तोपें जिनकी मारक क्षमता 40 किमी से 60 किमी तक है, इनकी जगह इन नई तोपों को प्रयोग करके दुश्मन को दहलाया जा सकता है। अब भारत का कोई भी शत्रु भारत की जमीन पर अपनी नजर गड़ाने से पहले हजार बार सोचेगा। हमारे पास अभी तक अधिक से अधिक 60 किमी की दूरी तक गोले दागने वाली तोपें थी। लेकिन, इस ट्रेन गन के आ जाने से इन तोपों की भरपाई की जा सकेगी। भारत रक्षा के मोर्चे पर एक से बढ़ कर एक सफलताएं हासिल कर रहा है लेकिन आंतरिक मोर्चे पर भारत का मामला गड़बड़ है। भारत को पीएफआई जैसे देश विरोधी संगठनों को जमीन में गहरा गाड़ देना चाहिए। यह संगठन नाम बदल बदल कर देश विरोधी काम करते रहते हैं। सच तो यह है कि इन्हें किसी नाम की जरूरत नहीं। ये बिना नाम के ही दिन रात भारत विरोधी हरकतें करते आ रहे हैं। मौजूदा केन्द्र सरकार को कथित गरीब मुसलमानों की चिंता सता रही है। इन्हें लोग पसमान्दा मुसलमान कहते हैं। रिकार्ड उठा कर देख लीजिए कि मुसलमान सक्षम होते ही देश विरोधी हरकतों में संलिप्त हो जाता है। दिल्ली का ताहिर हुसैन इसका ताजातरीन उदाहरण है। वह केजरीवाल की आम आदमी का हिस्सा बन कर दिल्ली को जलाने की तैयारी कर रहा था बल्कि जला ही रहा था। गरीब कोई भी हो उसकी गरीबी दूर होनी चाहिए लेकिन, भारत सरकार को जिहाद को समाप्त करने के बारे में भी सोचना चाहिए।