-virendra dev gaur-
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी योगी आदित्यनाथ को पटकनी देने के लिए अखिलेश के खेमे में जा पहुँची हैं। अखिलेश ने ममता का जोरदार स्वागत किया है। अखिलेश को लगता है कि ममता की ममता पाकर वे उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को अपने वजूद का एहसास करा पाएंगे और मुख्यमंत्री की कुर्सी लपक पाएंगे। ममता बनर्जी को ऐसा लगता है कि वे भारत में किसी को भी जिताने और हरा देने का माद्दा रखती हैं। ममता बनर्जी के विश्वास की वजह है उनका तीसरी बार पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री बन जाना। अखिलेश असमंजस की स्थिति में हैं। उन्हें इस बात का भी एहसास है कि उनका यह दाँव उल्टा भी पड़ सकता है। जानकारों का मत है कि ममता नाम का अखिलेश का दाँव अखिलेश को नुकसान पहुँचाएगा। ममता बनर्जी भले ही पूरे देश में नरेन्द्र दामोदर दास मोदी की छवि को तार-तार करने में लगी हैं परन्तु उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि वे क्षेत्रवाद की संकीर्णता से ग्रस्त नेता हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यकीनन ममता के उत्तर प्रदेश आने पर खुशी हुई होगी क्योंकि ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश में किसी को भी वोट दिलाने की स्थिति में नहीं हैं। हाँ, वोट कटवाने की स्थिति में अवश्य हैं। लिहाजा, उनके यूपी आगमन से भाजपा को लाभ होगा।