Thursday, November 21, 2024
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जूना अखाड़ा के प्रतिनिधि पर सागर गिरि आश्रम में जानलेवा हमला

-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव गौड़), पत्रकार,देहरादून
बीते शनिवार रात को लगभग 10 बजे तेग बहादुर मार्ग स्थित सागर गिरि आश्रम में जूना अखाड़ा के प्रतिनिधि अशोक रावत पर पण्डित सुनील बहुगुणा ने अचानक जानलेवा हमला किया। इस हमले के साक्ष्य दून अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट में भी दर्ज हैं। पीड़ित अशोक की गर्दन और दाहिने हाथ पर आज तीन दिन बाद भी जानलेवा हमले के गहरे निशान दिखाई दे रहे हैं। विदित रहे है कि सागर गिरि आश्रम की आधारशिला ब्रह्मलीन सागर गिरी महाराज ने सन् 1958 में रखी थी। विधिवत यह तपोभूमि मंदिर परिसर सहित आज भी सागर गिरी आश्रम की ही है। यह अलग बात है कि सागर गिरी आश्रम की जमीन को खुर्द-बुर्द करने की जुगत में लगे लोगों की हरकतों के कारण यह आश्रम विवादास्पद बना दिया गया है। इसी विवाद के चलते अशोक रावत पर हमला हुआ। अशोक रावत अनुपमानंद गिरी महाराज के शिष्य हैं। वर्तमान समय में सत्ता पक्ष का एक नेता इस पूरे विवाद में शामिल है। इसी के चलते पुलिस डर रही है और सच का पक्ष नहीं ले रही है। पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। जबकि अशोक पर जानलेवा हमला हुआ है। कुल मिलाकर डालनवाला थाना पुलिस टालमटोल कर रही है और हमला करने वालों का साथ दे रही है। यही कारण है कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। पुलिस का कहना है कि ऊपर वालों से पूछ कर कार्रवाई करेंगे। इस आश्रम में पहले भी कई कांड हो चुके हैं। सागर गिरी आश्रम की रक्षा करने वालों की कई महत्वपूर्ण वस्तुएं चोरी की जा चुकी हैं। तब भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। यह विड़म्बना है कि राम का नाम लेकर सत्ता में आने वाले लोग देहरादून में एक मंदिर को कब्जाने की फिराक में हैं। यह दुर्भाग्य है कि पुलिस पीड़ित पक्ष का साथ देने को तैयार नहीं। अशोक रावत पर जान लेवा हमला करके जमीन कब्जाने की फिराक में लगे लोग पीड़ित पक्ष को डरा धमका कर रास्ते से हटा देना चाहते हैं ताकि सागर गिरी आश्रम की सम्पत्ति का व्यापार किया जा सके। पीड़ित अशोक के अनुसार सुनील बहुगुणा ने जब उस पर हमला किया तो उसने अपने को बचाने की पूरी कोशिश की। अशोक का स्पष्ट कहना है कि सुनील बहुगुणा शराब के नशे में जान से मारने की धमकी भी दे रहा था। सुनील बहुगुणा नाम का यह व्यक्ति स्वयं को व्यास प्रमाणित करने की कोशिश में लगा हुआ है। डालनवाला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पीड़ित के साथ शिवओम बाबा गए थे। विदित रहे कि सागर गिरी आश्रम की जमीन को कब्जाने का मामला विस्फोटक होता जा रहा है। पुलिस ने अगर सच का साथ नहीं दिया तो भविष्य में ऐसी किसी अप्रिय वारदात के लिए पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

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