-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून
उत्तर प्रदेश जो कि वास्तव में रामकृष्ण प्रदेश है वहाँ योगी जी के रहते लड़की जिहाद बेधड़क चल रहा है। उन्नाव के एक परिवार की लड़कियों को जिहादी स्कूल नहीं जाने दे रहे हैं। रास्ते में उनको तरह-तरह से परेशान करते हैं। उन्हें कहते हैं कि मदरसे में जाना है तो कोई बात नहीं अन्यथा स्कूल नहीं जाने देंगे। नहीं मानोगे तो घर से उठा लेंगे। इतने बेखौफ हो चुके हैं जिहादी देश में। उत्तर प्रदेश में योगी जी का हंटर भी जिहादियों पर लगाम कसने में असफल है। उन्नाव के डीएम और एसपी से लड़कियों के पिता ने शिकायत की लेकिन ये दोनों मौन बैठे रहे। इतना डरते हैं अफसर जिहादियों से। कायदे से इन अफसरों का डिमोशन होना चाहिए। तभी इन्हें अपने कर्तव्य का अहसास होगा। जिहादियों से डरना है तो घर बैठो। किसी गरीब पिता की बेबसी इन अफसरों को समझ में नहीं आ रही है। योगी जी को इन अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि, जिहाद के मामलों में अफसर ढ़िलाई ना करें। जिहाद पर लगाम कसने के लिए और इसे समाप्त करने के लिए हिन्दू को जागना होगा। हिन्दुओं को जिहाद के खिलाफ धर्मयुद्ध छेड़ना होगा। जिहादी बहाने के तलाश में रहते हैं और जब बहाना ना मिले तो जमीन जिहाद और लड़की जिहाद करते हैं। जिहाद का अंत किए बिना भारत में शांति संभव नहीं है। जिहाद के रहते हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा संभव नहीं है। जिहाद को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनना चाहिए। लड़की जिहाद के कानून अभी भी कमजोर हैं। अगर ये कानून कमजोर ना होते तो जिहादी नाम बदल-बदल कर लड़की जिहाद ना करते। हिन्दू लड़कियों को स्कूल जाने से ना रोकते। इन लड़कियों को मदरसों मेें जाने के लिए मजबूर करने की हिम्मत ना करते। जिहाद हर हाल में समाप्त किया जाना चाहिए। लेकिन इस देश में तो हिन्दू ही हिन्दू के खिलाफ लड़ रहा है। हिन्दू जिहादियों की ढाल बन रहा है। इसीलिए जिहादी बेखौफ बने हुए हैं।