-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव गौर), पत्रकार,देहरादून
स्वामी चक्रपाणी जी और सुरेन्द्र जैन जी आप लोग विनम्रता से कब बाज आएंगे। महाराज, विनम्र निवेदन है कि आक्रामक हो जाइए। आरएसएस चीफ तो आक्रामक होंगे नहीं। देखिए, जिहादियों ने करीब दो साल पहले कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या कर दी। उनका कोई दोष नहीं था। अब उनकी धर्म पत्नी अर्थात् पूज्य भाभी जी को मिटा डालने की धमकियाँ दे रहे हैं जिहादी। अजमेर शरीफ दरगाह की शराफत से पर्दा हट चुका है। इनका जिहादी अभियान सबको पता चल चुका है। हिन्दू ऐसी दरगाहों पर चादर चढ़ाने जाता है। सोचिए, जिहादी हमारी मूर्खता पर कितना हँसते होंगे। गजवा-ए-हिन्द का उनका मंसूबा कितना बुलन्द हो जाता होगा। महाराज कितने कन्हैया लाल शाहू और जिहाद की बलिवेदी पर भेंट चढ़वाओगे। महाराज, हम जिहादियों की तरह कट्टर होने को नहीं कह रहे। आप लोगों के पास बैनर हैं। आप लोग सकारात्मक आंदोलन क्यों नहीं छेड़ते जिहाद के खिलाफ। जिहाद ने देश तोड़ा 1947 में मगर जिहाद इतना ही पुराना नहीं है। जिहाद उतना ही पुराना है जितना पुराना धरती पर मुसलमान है। इसके प्रमाण इतिहास की किताबों में बिखरे पड़े हैं। ये प्रमाण तब समझ में आएंगे जब आप सत्य का अन्वेषण करना चाहेंगे। महाराज हम तो मामूली लोग हैं। आप लोग मठों के मठाधीश हैं। आप लोगों के पास संगठन हैं। आप लोग केवल बयानबाजी करके अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते। या तो आप लोग बयानबाजी करना बंद कर दें। संगठन चला रहे हो तो आंदोलन करने के लिए बाहर निकलो। सर के ऊपर से पानी बहने लगा है। देश के हर आदमी को सुरेश चौहानके बनना पड़ेगा। बयानबाजी से काम नहीं चलेगा। जान हथेली पर लेकर घर से बाहर निकलना पड़ेगा। आंदोलन ऐसा हो जो सदाबहार बन जाए और हिन्दू की आने वाली पीढ़ियाँ सुरक्षित रह सकें। हिन्दू का एक ही देश बचा है जिस पर भरोसा किया जा सकता है। जिसके भरोसे धरती पर कहीं भी हिन्दू जी सकता है। जिहादी इस देश को मटियामेट करके इस्लामिस्तान बनाना चाहते हैं। वैसे तो किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं। प्रमाण चारो तरफ बिखरे पड़े हैं। फिर भी बिहार राज्य के पटना शहर के एसएसपी के द्वारा किए गए खुलासे पर गौर कर लीजिए। एक रिटायर्ड मुसलमान सब इंस्पेक्टर जिहादी साजिश के तहत भारत को 2047 तक मुसलमान देश बनाने की साजिशों पर काम कर रहा है। उसे विदेशों से भी फण्ड मिल रहा है। मुसलमान की आदत झूठ है बोलना। जब तक पकड़े नहीं गए जिहाद करना। देश जिहाद की चपेट में है। देश बाढ की चपेट में तो सावन भादों में ही आता है किन्तु हमारा देश चौबीसों घंटे साल भर जिहाद की चपेट मेें रहता है। क्या कमलेश तिवारी जी की विधवा पत्नी की कुशलता की आपको चिंता है। हिन्दू कब एक होगा। वैसे हिन्दू एक होगा भी कैसे जब संविधान ने ही हिन्दू को बाँट दिया। महाराज, आरएसएस के चीफ तो प्रवचन देने में व्यस्त रहते हैं। उनके प्रवचन किसी के पल्ले भी नहीं पड़़ते। कृपया, उत्तेजित होइए और कभी खत्म ना होने वाले आंदोलन की शुरूआत कीजिए ताकि हिन्दू का बच्चा-बच्चा अपने भविष्य पर मँडराते असली खतरे को भाँप जाए और एक जागरूक नागरिक होकर स्वयं की सुरक्षा कर सके। साथ में देश की सेवा भी कर सके।