गौरक्षधाम मठ को जिहादियों की चुनौती
साभार-नेशनल वार्ता ब्यूरो
योगी की प्रचण्ड जीत से भन्नाए जिहादियों ने योगी को चुनौती देने के लिए उनके मठ को चुना। बाकायदा शिक्षित जिहादी आतंकी मुर्तजा ने अपने जिहादी आक्रोश को दिखाने क्रे लिए मठ में ताण्डव मचा दिया। ऐसा करके जिहादी गैंग भगवा सत्ता को आँखें दिखा रहे हैं। जिहादियों ने ऐलान-ए-जंग कर दिया है कि वे उसी की सत्ता को स्वीकार करेंगे जो उनका दुष्टीकरण करता रहेगा। योगी जी तो बार-बार ऐलान करते हैं कि वे किसी का तुष्टीकरण यानी दुष्टीकरण नहीं करेंगे। वे सबके लिए काम करेंगे। सबका ध्यान रखेंगे और सबका विकास करेंगे। कांग्रेस और वामपंथियों से प्रेरित रहे देश के सभी दलों ने सदैव मुसलमानों का
तुष्टीकरण यानी दुष्टीकरण किया है। यह तुष्टीकरण यानी दुष्टीकरण देश के भविष्य के लिए बहुत खतरनाक है। इसे रोका जाना चाहिए। यह संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है। संविधान के अनुसार सरकार को ऐसे काम करने चाहिएं जो सबका भला करें और भेदभाव से मुक्त हों। भाजपा को छोड़कर सभी दल सेक्युलरिज्म के नाम पर तुष्टीकरण यानी दुष्टीकरण को बढ़ावा देते रहे हैं। भाजपा इस आत्मघाती सोच के खिलाफ है। जिहादी मुर्तजा का आक्रोश इसीलिए भाजपा के खिलाफ है।
भारत में सुनियोजित ढंग से गजवा-ए-हिन्द चलाया जा रहा है। जिसका मकसद हिन्दू को समाप्त कर देना है। भारत के कानून इस गजवा-ए-हिन्द को रोकने में नाकामयाब हैं। क्योंकि देश के राजनीतिक दल केवल कुर्सी की लड़ाई ल ड़ रहे हैं। उन्हें देश के वर्तमान और भविष्य से कोई लेना देना नहीं है। इसीलिए तो इन राजनीतिक दलों ने तीन तलाक को समाप्त किए जाने का भी विरोध किया था। इन्होंने तो जिहाद को बढ़ावा देने वाली धारा 370 हटाने का भी विरोध किया था। इसके बावजूद देश के मतदाता आँखें खोलने को तैयार नहीं हैं। मुर्तजा जैसे अनगिनत युवा भारत में सक्रिय हैं। जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। राजनीतिक दलों का स्वार्थ इसे खासा लाभ पहुँचा रहा है। -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।