Harak Returns: आखिरकार पूर्व मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की कांग्रेस में घरवापसी हो गई।
BJP और कैबिनेट से बर्खास्त होने के बाद वह दिल्ली में पार्टी के दरवाजे की कुंडी खड़खड़ा रहे थे।
दलबदल के अहम किरदार हरक के लिए पांच दिन बाद कांग्रेस का दरवाजा खुला और
पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए।
उन्होंने पहले पूर्व CM हरीश रावत को सबसे बड़ा नेता बताते हुए सौ बार माफी मांगने की बात कही और आंसू बहाए।
हरक सिंह ने Congress की सदस्यता लेने से पहले एक लिखित माफीनामें में बगावत को ऐतिहासिक भूल बताया।
हरीश रावत के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल को सराहते हुए भाजपा सरकार में विकास ठप्प होने का जिक्र है।
गौरतलब है कि 2016 मेंहरक सिंह और विजय बहुगुणा समेत 9 बागी विधायकों ने Harish Rawat की सरकार को गिराया था।
फिर सभी बागी BJP में शामिल हो गए।
जिसके बाद राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बहुमत परीक्षण में सरकार बच गई।
लेकिन 2017 के आम चुनाव में बुरी तरह कांग्रेस हार गई।
जिसके चलते हरदा सरकार गिराने वालों को लोकतंत्र का हत्यारा बताते रहे।
लेकिन प्रीतम सिंह का खेमा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लगातार बागियों की घर वापसी की जुगत में लगा था।
गोदियाल के सॉफ्ट कॉर्नर और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के जरिए लगातार बातचीत चलती रही।
इस बीच भाजपा नेतृत्व ने एक झटके में हरक को न सिर्फ पार्टी बल्कि मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया।
जिसके चलते अपनी हनक के लिए मशहूर हरक सिंह पैरों तले सियासी जमीन खिसक गई।
उनके सामने कांग्रेस में जॉइनिंग हरीश रावत की माफी मांगने की शर्त मांगने के अलावा दूसरा चारा नहीं बचा था।
Harak Returns के बाद अनुकृति गुसाईं को लैंसडाउन से टिकट देने की चर्चा है।