टीवी न्यूज चैनलो
कौन बनेगा सदी का महानायक
जीवन के अग्निपथ पर
कैमरे वाला ‘नकली’ नहीं ‘असली’
ध्वस्त कर दे जो
किलों के परकोटे एक-एक कर
जिहाद के।
चौदह सौ बरसों में
पसर गया सहारा मरूस्थल
धरती के ओर से छोर
इन जिहादी किलों का
बरपाते-बरपाते कहर जिहाद का
मरूस्थल से निकला यह मरूस्थल
लीलता जा रहा है
विविधिता सम्पन्न उपजाऊ सांस्कृतिक
मैदान के मैदान मुलायम हरे
हिंसक है प्रसार खूंखार
सच कहने का दुस्साहस मत करना, खबरदार
‘सर’ कर देंगे ‘तन’ से जुदा
किन्तु, इतना ज़रूर कहेंगे, आगे
पकड़ लो हमें बेशक !
कुछ न बिगाड़ सकोगे
जिहाद की उपजाऊ कोख का।
टीवी न्यूज चैनलो!
मोर्चा बनोगे जिहाद के विरूद्ध
नहीं ‘न’, हूँ………..
बने रहो खबरों के बाबर्ची, बा-अदब
फिर कौन बनेगा सदी का महानायक
क्या, हम सभी सिद्ध होंगे यों ही नालायक।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव गौड़ ), पत्रकार,देहरादून