आदेश गुप्ता का समर्थन हो
साभार-नेशनल वार्ता ब्यूरो
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता देश प्रेम के मूड में दिख रहे हैं। यह मूड बरकरार रहना चाहिए। पूरे देश को इसी मूड में आना चाहिए तभी नए भारत का निर्माण होगा। मुगलों और सुल्तानों के नाम हटाकर भारत के महापुरूषों के नाम आगे आने चाहिए। दिल्ली से यह शुरूआत होनी चाहिए। दिल्ली जाओ तो वहाँ की सड़कों पर मुगल आक्रांताओं के नाम देख कर हर देश भक्त का खून खौलता है। कब तक सुल्तानों और मुगलों की गुलामी ढोएंगे हम। वे आक्रांता थे ओर आक्रांता ही रहेंगे। सड़कों से उनके नाम तुरन्त हटने चाहिए। मौजूदा पीढ़ियाँ ही इस भूल को सुधारेंगी। ऐसी भूलों को टालते रहना देश के हित में नहीं है। ऐसी भूलों का स्थाई समाधान आवश्यक है। पूरे देश की सड़कों और खास-खास भवनों के नाम हमारे पूर्वजों से चलने चाहिए। बड़े-बड़े स्वतंत्रता सेनानियों की महानता को याद रखने का भी यही तरीका है। इसलिए आदेश गुप्ता जो कर रहे हैं वह ठीक है। एनडीएमसी को तुरन्त एक्शन लेना चाहिए। केजरीवाल सरकार को तुष्टिकरण यानी दुष्टिकरण की राह को छोड़ कर आदेश गुप्ता जी का साथ देना चाहिए। वोट बैंक की चिंता वाली राजनीति देश के लिए खतरनाक है। ऐसी राजनीति से बाज आना चाहिए। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली की सड़कों से अतिक्रमण हटाने के मामले में भी दूरदर्शिता का परिचय दे रहे हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार को यहाँ भी राजनीति सूझ रही है। दिल्ली को अतिक्रमण से मुक्त करना बहुत जरूरी है। अतिक्रमण के मामले में मजहब आड़े नहीं आना चाहिए। दिल्ली को पूरे भारत के लिए उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। केजरीवाल को समझना होगा कि फ्री बस सेवा और फ्री बिजली पानी की नीति दूरगामी नहीं है। यह नीति देश की अर्थव्यवस्था का भट्टा बैठा देगी और आने वाले वर्षों में देश कंगाल हो जाएगा। देश की दुर्दशा हो जाएगी। केवल कुछ सरकारी स्कूलों को चमाचम कर देने से देश सेवा नहीं हो जाती। केजरीवाल को ओछी राजनीति से बाज आना पड़ेगा। पंजाब में जिन लोगों की मदत से भगवंत मान की सरकार बनी है वे अब अपने इरादे पूरे कर रहे हैं। पटियाला काण्ड और मोहाली काण्ड हो रहे है और आगे और भी अधिक होंगे। क्षणिक फायदे के लिए होने वाली राजनीति भारत में जड़े जमा रही है। जबकि राजनीति दूरगामी होनी चाहिए। आदेश गुप्ता की सोच को दूरगामी ही कहा जाएगा। -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।