गोल्डन मार्च ऑफ डा. निर्मला सीतारमण (Golden march of dr. nirmala sitaraman)
-वीरेन्द्र देव गौड, पत्रकार-
सैंस्सेक्स में गजब के ऊछाल से साफ संकेत मिल रहे हैं कि करीब आधा घण्टे बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किया जाने वाला बजट भारत के लिए शुभ संकेत लेकर आएगा और इस बजट के माध्यम से भारत पूरे संसार की अर्थव्यवस्था से कारगर अंदाज में जुड़ता हुआ राष्ट के विकास को गति देगा। जीडीपी (GDP) में 9.2 की रफ्तार की घोषणा होने जा रही है। यह भारत वर्ष के लिए अच्छी खबर है क्योंकि मौजूदा केंद्र सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को विस्तार देने की दूरगामी नीति पर मजबूती से चल रही है। गुजरे एक साल में कोरोना महामारी ने जो क्षति (damage) अर्थव्यवस्था को पहुँचाई उसकी भरपाई भी डॉ निर्मला सीतारमण द्वारा की जा रही है। किसानों, गरीबों और मध्यवर्गीय लोगों को इस बार अच्छी खबर मिलने के आसार नज़र आ रहे हैं। यही नहीं बल्कि हाऊसिंग सैक्टर (housing sector) में भी कुछ राहत की उम्मीद है। जिसके फलस्वरूप अपना घर (individual house) की चाह रखने वालो को अच्छी खबर मिलने वाली है। पूरी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कर-व्यवस्था (taxation policy) में भी सुधार के संकेत बताए जा रहे हैं ताकि आवश्यक उत्पादों के दामों में राहत महसूस की जा सके। यह बजट एक गतिशील बजट माना जाएगा क्योंकि इसमें अतंर्राष्ट्रीय हालातों के मद्देनजर प्रभावी कदम उठाये जाने की संभावना है। यह बजट आगामी चुनावों के नजरिए से मतदाताओं को प्रफुल्लित भले ही न कर पाए मगर उन्हें यह बजट रास जरूर आएगा और देश की गृहणियों को सुकून देने वाला होगा।