बाइडेन का दर्शन रूस का सुदर्शन
आज बाइडेन ने रूस यूक्रेन के युद्ध पर अपना दर्शन झाड़ा। उनके साथी नेताओं ने खूब तालियाँ पीटीं। एक ओर युरोप और अन्य क्षेत्रों के नेता बाइडेन के लिए तालियाँ पीट रहे थे तो दूसरी ओर यूक्रेन पिट रहा था। बाइडेन आर्थिक प्रतिबंध के गोले दाग रहे थे तो रूस यूक्रेन पर तोप के गोले दाग रहा था। बाइडेन को बड़ा आनंद आ रहा था कि वे यूक्रेन को आर्थिक मदद की घोषणा कर रहे थे और बार-बार बोल रहे थे कि यूक्रेन तुम पिटते रहो हम तुम्हारे साथ है। हम तुम्हारे साथ युद्ध नहीं लड़ेंगे क्योंकि हमें जीतना नहीं आता। वैसे हमें हारने में कोई शर्म नहीं आती है। देखा नहीं हम अफगानिस्तान से कैसे दुम दबाकर भागे थे। हमें कहीं जीत मिली हो ऐसा हमें भी ज्ञात नहीं है। पर हम धरती पर नम्बर वन है। ताली पीटने वाले यूरोपीय नेताओं ने तो हद्द कर दी। बार-बार खड़े होकर तालियाँ बजा रहे थे। अरे खड़े ही रह लेते क्या जरूरत थी बैठने की। जब अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन इतना अच्छा भाषण दे रहे थे तो लगातार खड़े रहकर एकता (solidarity) का जबरदस्त प्रदर्शन करते। खैर आप लोगों का अंदाज है और आप लोगों की मर्जी है। आप लोग सोचते हैं पुतिन डर जाएंगे। पुतिन के पास न तो डरने का विकल्प है और न ही हारने का विकल्प। वे बार-बार कह रहे हैं कि यूक्रेन पश्चिमी गुटों से बाहर रहे। क्या आप लोग यूक्रेन की भलाई के लिए यूक्रेन को अपनी जिद्द छोड़ने को नहीं कह सकते थे। क्या यूरोपीय यूनियन में शामिल होकर यूक्रेन रूस को हरा देगा। यूक्रेन के दो बड़े शहर तकरीबन तबाह हो चुके हैं लेकिन यूरोपीय देश बाइडेन के लिए तालियाँ पीट रहे हैं।
नेशनल वार्ता न्यूज़ से साभार – https://nationalwartanews.com/2022/02/18/u-p-to-u-k-journey-of-subhash/