-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार, देहरादून
लालू प्रसाद का छोटा लड़का तेजस्वी यादव अराजक तत्व है। ये लोग ही प्रदेश में अराजकता को बढ़ाने वाले हैं। ऐसी मानसिकता के लोगों ने वोट के लिए जिहाद को ढील दे रखी है। जिहादी ऐसे हिन्दुओं की कमजोरियों का पूरा फायदा उठा रहे हैं। ऐसे ही तत्वों की वजह से 1947 में देश टूटा। देशप्रेमियों की सुनी नहीं गई। देशप्रेमियों को आज भी फासीवादी कह कर गाली दी जा रही है। महात्मा गाँधी ने भी ऐसी ही सोच पाल रखी थी। अगर वे चाहते तो देश कभी नहीं टूटता। वे अचानक मुसलमान प्रेमी हो गए थे। ऐसे मुसलमानों के प्रेमी जो मूल रूप जिहादी थे और जिहाद पर काम कर रहे थे। द्रौपदी मुर्मू को एक तरह से लालू के लड़के ने गाली दी है। इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इसने दरअसल, सीधे-सीधे संविधान को गाली दी है। क्योंकि मुर्मू जी सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए उम्मीदवार हैं। कोई माई का लाल उन्हें हरा भी नहीं सकता। वे प्रचण्ड बहुमत से जीतने जा रही हैं। इसी तरह पश्चिम बंगाल के मौजूदा गवर्नर धनखड़ साहब भी उप राष्ट्रपति बनेंगे। उन्हें सुल्ताना ममता ने बुरी तरह से सताया हुआ है। सुल्ताना ममता पश्चिम बंगाल को एक देश की तरह समझ रही है। वह प्रधानमंत्री मोदी को अपने सामने सामान्य व्यक्ति मानती है। यह लोकतंत्र के लिए बहुत बुरी बात है। सुल्ताना ममता को प्रधानमंत्री का सम्मान करना चाहिए। उन्हें एक सुल्ताना की तरह पेश नहीं आना चाहिए। हम देश भक्त धनखड़ साहब को भी बधाई प्रेषित करते हैं। माननीया मुर्मू साहिबा देश की आत्मा हैं। जिस तरह बिरसा मुण्डा ने छोटी सी उम्र में बेमिसाल देशभक्ति और त्याग का परिचय दिया था। उसी तरह मुर्मू साहिबा का समाज हम सबके लिए पूजनीय है। उन्हें एक पत्थर कहना देश की आत्मा पर चोट करना है। तेजस्वी यादव एक गैर जिम्मेदार लम्पट नौजवान है। इस अधूरे आदमी से भारतीयता की उम्मीद करना बेकार है। यह अधूरा आदमी अपने पिता की तरह भ्रष्ट है। एक भ्रष्टाचारी भला मुर्मू जी का गौरव क्या समझेगा। लिहाजा, हम सब मुर्मू जी से इस अधूरे आदमी के पागलपन के लिए क्षमा याचना करते हैं।